Acharya Balkrishna Biography in Hindi.आचार्य बालकृष्ण की जीवनी।
आचार्य बालकृष्ण (Acharya Balkrishna Biography in Hindi) पतंजलि आयुर्वेद के सीईओ और बाबा रामदेव के सहयोगी है। पतंजलि आयुर्वेद और उससे जुडी संस्थाओं के 97% हिस्सेदारी आचार्य बालकृष्ण के पास है। फोर्ब्स के अनुसार 2020 अक्टूबर मे कुल सम्पत्ति 2.2 बिलियन US डालर थी।

आचार्य बालकृष्ण का जन्म 4 अगस्त 1972 को हरिद्वार उत्तराखंड मे हुआ था। आचार्य बालकृष्ण के पिता का नाम जय बल्लभ और माता का नाम सुमित्रा देवी है। बालकृष्ण के माता पिता मूल रूप से नेपाल के रहने वाले है। आचार्य बालकृष्ण के जन्मदिन को पतंजलि आयुर्वेद जडी बूटी दिवस के रूप मे मनाते है।
आचार्य बालकृष्ण ने आयुर्वेद की शिक्षा और उसके उत्थान के लिए बहुत कार्य किया है। उन्होंने बाबा रामदेव के साथ मिलकर आयुर्वेद के प्रचार प्रसार के के लिये कई अभियान चलाये है। बालकृष्ण ने आयुर्वेद पर कई पुस्तकें भी लिखा है। आयुर्वेद के अलावा वह योग को आगे बढाने का काम कर रहे हैं।
आचार्य हमेशा सफेद धोती कुर्ता पहनते हैं। वे रोज 10 से 15 घंटे काम करते है। वह कभी अवकाश भी नहीं लेते हैं। वे हमेशा शुद्ध हिंदी मे बात करते हैं। उनके आफिस मे कोई कम्प्यूटर नहीं है। वे हर काम पेपर पेन से करते है।
पतंजलि आयुर्वेद (Patanjali Ayurved- Acharya Balkrishna Biography in Hindi.)
आचार्य बालकृष्ण ने योग गुरू बाबा रामदेव के साथ मिलकर 2006 पतंजलि आयुर्वेद की स्थापना की। फोर्ब्स की सूची मे अपना स्थान बनाया। बालकृष्ण की इसमें 97% हिस्सेदारी है। वह कोई सैलरी नहीं लेते हैं। उनका कहना है कि सारा पैसा जनता का है और जनता की भलाई के लिए ही इस्तेमाल किया जायेगा। बाबा रामदेव एक जाना पहचाना चेहरा है, वे पतंजलि आयुर्वेद के ब्रांड एम्बेसडर भी है। वे इसके उत्पादों का प्रचार प्रसार करते हैं।
आचार्य बालकृष्ण पतंजलि योगपीठ के महासचिव भी है, पतंजलि योगपीठ करीब 5000 पतंंजलि क्लीनिक का संंचालन करती है। वे पतंजलि विश्वविद्यालय के कुलपति भी हैं। इसका उद्देश्य जडी बूटी और आयुर्वेद पर आधारित दवाओं और चिकित्सा पद्धति का प्रसार करना है।
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आचार्य बालकृष्ण द्वारा लिखित पुस्तकें: (Books written – Acharya Balkrishna Biography in Hindi)
बालकृष्ण ने आयुर्वेदिक जडी बूटी , दवाओं, और योग से संबंधित कुछ पुस्तकें भी लिखी है,
- आयुर्वेद के सिद्धांत और रहस्य
- आयुर्वेदिक जडी बूटियों के रहस्य
- भोजन और कौतूहल
- आयुर्वेद महोदधि
- अंजिनामृत मंजरी
पुरस्कार और सम्मान: ( Awards- Acharya Balkrishna Biography in Hindi)
बालकृष्ण को आयुर्वेद और योग के प्रचार प्रसार के लिये विभिन्न सम्मान और पुरस्कार दिये गये है,
- वर्ष 2004 मे एक योग शिविर मे भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति डा. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के द्वारा सम्मानित किया गया।
- वर्ष 2007 मे नेपाल के प्रधानमंत्री राष्ट्रपति संसद सदस्यों की उपस्थिति मे हिमालय की जडी बूटियों और योग संस्कृति के क्षेत्र मे उत्कृष्ट कार्य के लिये सम्मानित किया गया।
आचार्य बालकृष्ण से जुडा विवाद:
आचार्य बालकृष्ण को 2011 मे गिरफ्तार भी किया गया था, बालकृष्ण पर आरोप था कि उन्होंने अपने पासपोर्ट के लिए फर्जी डिग्री प्रस्तुत की थी, हालांकि बाद मे वे इस आरोप से बरी हो गये थे।