Ashok Soota – हैप्पीएस्ट माइंड टेक्नोलॉजीज के सह संस्थापक
Ashok Soota ने 77 साल की उम्र में वह कमाल कर दिखाया है जो कम ही लोग कर पाते है। उन्होंने अपनी आईटी कंपनी हैप्पीएस्ट माइंड का आईपीओ लांच कर दिया है। उन्होंने 2011 में हैप्पीएस्ट माइंड्स की सह स्थापना की थी। हालाँकि ये पहली बार नहीं है कब उन्होंने इस तरह का कारनामा किया हो। इससे पहले भी उन्हने अपनी आईटी कंपनी माइंडट्री के जरिये ये कारनामा दिखा चुके है। हैप्पीएस्ट माइंडस आईपीओ को रिटेल निवेशको से जबरदस्त रिस्पांस मिला है। आईये जाने कौन है ये अशोक सूता जिनपर निवेशकों ने इतना भरोसा जताया है।
जन्म
Ashok Soota का जन्म 12 नवंबर 1942 को हुआ था जो अब पाकिस्तान का उत्तर-पश्चिम सीमा प्रांत (NWFP) है। उनके पिता ब्रिटिश भारतीय सेना में डॉक्टर थे। उन्होंने अपने बचपन का एक हिस्सा पाकिस्तान के नॉर्थ-वेस्ट फ्रंटियर प्रोविंस (NWFP) में बिताया।
शिक्षा
अशोक सुता 12 स्कूलों में पढ़ाई की थी। उन्होंने अपनी इंटर साइंस और सीनियर कैंब्रिज, ला मार्टिनियर, लखनऊ में पूरी की।अशोक सुता ने 1964 में आईआईटी रुड़की, रुड़की विश्वविद्यालय से अपनी बैचलर ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स की डिग्री प्राप्त की। 1973 में, सुता ने अपने मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (MBA) का प्रबंधन एशियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, मनीला, फिलीपींस से किया।
करियर
1965 में, अशोक ने भारत में श्रीराम ग्रुप ऑफ़ इंडस्ट्रीज के साथ अपना करियर शुरू किया। 1985 में अज़ीम प्रेमजी ने इन्हे अपनी आईटी कंपनी विप्रो इंफोटेक को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी सौंपी । 1985 से 1999 तक, उन्होंने विप्रो इन्फोटेक के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया। 1999 में, अशोक सुता ने नौ पूर्व विप्रो कर्मचारियों के साथ माइंडट्री की सह-स्थापना की, जिनके पास वर्तमान में 20212 कर्मचारी हैं, यूएस $ 1 बिलियन का राजस्व है, और यूरोप, अमेरिका और एशिया में कार्यालय हैं। 2007 में कंपनी का आईपीओ बेहद सफल रहा। लेकिन इसके बाद कंपनी के संस्थापकों में मतभेग उभरने लगे और सूता ने खुद को माइंडट्री से अलग कर लिया। उन्होंने कंपनी में अपने सारे शेयर बेच दिए।
हैप्पीस्ट माइंड टेक्नोलॉजीज के बारे
Ashok Soota ने 2011 में बैंगलोर, भारत में हैप्पीस्ट माइंड टेक्नोलॉजीज की सह-स्थापना की। सुता एक भारतीय आईटी उद्यमी है, जिसने आईटी उद्योग में 30 से अधिक वर्षों तक सेवा की है। वह एक सीरियल उद्यमी और कार्यकारी अध्यक्ष और हैप्पीस्ट माइंड टेक्नोलॉजीज के सह-संस्थापक हैं। Ashok Soota ने 2011 में जोसेफ अनंतराजु, पुनीत जेटली, अरबिंद नंदा, दत्तात्रेय सालगाम, सलिल गोडिका, राजा शेखर और राजा शनमुगम के साथ हैप्पीनेस माइंड टेक्नोलॉजीज की स्थापना की। हैप्पीस्ट माइंड्स टेक्नोलॉजीज एक डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन, इंफ्रास्ट्रक्चर, सुरक्षा और प्रोडक्ट इंजीनियरिंग सर्विस कंपनी है। इसका मुख्यालय भारत के बंगलोर में है और इसका संचालन यूनाइटेड स्टेट्स, यूनाइटेड किंगडम, कनाडा ,आस्ट्रेलिया और सिंगापुर में होता है।
हैप्पीस्ट माइंड का नाम
सूता ने बताया कि उन्होंने कंपनी को हैप्पीस्ट माइंड्स का नाम इसलिए दिया कि ताकि कंपनी को यह लगे कि वे अपने खुश कर्मचारियों की बदौलत ग्राहकों की खुशी-खुशी सेवा कर रही है। लेकिन चूंकि हैप्पीस्ट माइंड ने यह संकेत नहीं दिया कि कंपनी क्या करती है इसलिए सूता ने द माइंडफुल आईटी कंपनी की टैग लाइन बना दी। इसका मतलब यह था कि यह एक आईटी कंपनी है जो अपने लोगों, ग्राहकों और समुदाय के प्रति अपनी तरफ से सजग होगी।
Ashok Soota कहते है जब कोई कंपनी सार्वजनिक हो जाती है तो कॉर्पोरेट गवर्नेंस में सुधर का दबाब होता है।
सेबी से मंजूरी पा कर दर्जनों कंपनियां आईपीओ इसलिए नहीं लाई क्योंकि उन्हें पैसा न मिलने का डर है। Ashok Soota ने इसी डर के माहौल में आईपीओ के बाजार में एंट्री की और इस महीने में आईपीओ की लाइन लग गई। 13 साल पहले उन्होंने माइंडट्री का आईपीओ लाया था जो 100 गुना से ज्यादा भरा था, आज 13 साल बाद हैप्पिएस्ट का आईपीओ 150 गुना भरा।
अवार्ड्स
वर्ष 1992 में, उन्हें इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (ELCINA) द्वारा इलेक्ट्रॉनिक्स मैन ऑफ द ईयर के रूप में सम्मानित किया गया।
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