Binny bansal- सह-संस्थापक एवं सीईओ-Flipkart सक्सेस स्टोरी
Binny Bansal भारतीय अरबपति उद्यमी तथा फ्लिपकार्ट सह-संथापक एवं सीईओं हैं। वह भारत के उन युवा उद्यमियों में से एक हैं जिन्होंने इंटरनेट आधारित सेवाओं में अपना नाम बुल्लंद किया है।
जन्म एवं शिक्षा
Binny Bansal का जन्म 1983 भारत के चंडीगढ़, पंजाब में हुआ था। उनके पिता सेना से सेवा निवृत एक बैंक में शाखा प्रबंधक हैं। उनकी माता एक सरकारी कर्मचारी हैं। बिन्नी की पढाई चंडीगढ़ के सेंट एनी स्कूल से हुई है। उन्होंने इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलोजी दिल्ली ( IIT Delhi) से कंप्यूटर साइंस में बी टेक किया है। वर्तमान में वह अपनी पत्नी तृषा के साथ बैंगलोर में रहते हैं।
केरियर
डिग्री प्राप्त करने के बाद Binny Bansal ने एक शोध और विकास संसथान कंपनी सरनाफ़ कोर्प के लिए काम भी किया। जहाँ उन्होंने कारों के लिए लेन सेंसर डिवाइस विकसित किया. उसके बाद बिन्नी को ऑनलाइन क्स्म्पनो अमेजन ने सोफ्टवेयर इंजिनीयर के पद पर नियुक्त किया। उसके पहले भी उन्होंने Google में भी कोशिश की, परन्तु सफल न हो सके। सन 2007 में Binny अपने दोस्त सचिन बंसल से जुड़े। Binny की नज़र भारत के E कामर्स मार्किट पर थी। उन्होंने अमेजन छोड़ने के बाद एक ऑनलाइन बुक स्टोर शुरू करने की योजना बनाई। शुरू में उन्होंने अपने दोस्त सचिन के साथ मिलकर स्कूटर पा किताबे भी वितरित की।
Flipkart की स्थापना
बाद में उन्होंने कोरमंगला में ई कामर्स कंपनी फ्लिपकार्ट की स्थापना की। दोनों ने मिलकर कड़ी मेहनत की जिसका नतीजा था कि फ्लिपकार्ट ने आने प्राडक्ट की कई श्रेणियां विकसित की। जिनमे विद्युत् उपकरण, इलेक्ट्रॉनिक्स , फैशन, खेल, घरेलू सामान, किताबे इत्यादि शामिल थे।
Binny Bansal वर्ष 2016 में फ्लिपकार्ट के सीईओ बने. वहां उन्होंने रणनीतिक विकास एवं प्रबंधन पर काम किया। जिसके फलस्वरूप फ्लिपकार्ट भारत में पहली ई कामर्स कंपनी के रूप में उभरा। वर्ष 2018 में Wallmart ने फ्लिपकार्ट में 77% हिस्सेदारी के साथ अधिग्रहण किया। बिन्नी ने 531 करोड़ रुपये के अपने 54 लाख के इक्विटी शेयर दुनिया की प्रमुख रिटेल कंपनी वालमार्ट को बेच दिए। वालमार्ट द्वारा अधिग्रहण के बाद Binny ने सीईओ के रूप में अपना काम जारी रखा लेकिन सचिन ने कंपनी बिकने के साथ ही स्तीफा दे दिया था।
वर्ष 2018 में कदाचार के आरोपों के कारण Binny ने फ्लिपकार्ट से स्तीफा दे दिया।