CDS Bipin Rawat Biography in Hindi. भारत के पहले सी डी एस जनरल बिपिन रावत का जीवन परिचय।

CDS Bipin Rawat Biography in Hindi- देश के पहले चीफ ऑफ़ डिफेंस स्टाफ सीडीएस जनरल बिपिन रावत का विगत 8 दिसंबर 2021 को इंडियन एयर फोर्स के हेलीकॉप्टर Mi -17 के तमिलनाडु के कुन्नूर में दुर्घटनाग्रस्त होने से निधन हो गया। हेलीकॉप्टर में जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत, ब्रिगेडियर लिद्दर , ग्रुप कैप्टेन वरुण सिंह समेत कुल 14 लोग सवार थे, जिनमे से 13 दुर्घटना का शिकार हो गए, दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल कैप्टेन वरुण सिंह का बेंगलूरु के सेना के अस्पताल में इलाज चल रहा है, वे लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर हैं।
सीडीएस जनरल बिपिन रावत अपने पीछे दो बेटियों कृतिका और तरिनि को छोड़ गए हैं तथा ब्रिगेडियर लिद्दर उनकी पत्नी एवं बेटी रह गए हैं।
सीडीएस जनरल बिपिन रावत वेलिंग्टन में सेना के स्टाफ कॉलेज के छात्रों और स्टाफ के सम्बोधन के लिए जा रहे थे, कूनूर तमिलनाडु में नीलगिरि की पहाड़ियों के नजदीक ख़राब मौसम के चलते उनका हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। जनरल बिपिन रावत को उनकी अंतिम विदाई में 17 तोपों की सलामी दी गई , सेना के 800 जवानों की उपस्तिथि में उनको अंतिम विदाई दी गई। ब्रिगेडियर लिद्दर को भी उचित सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई।
आइये भारत के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत के जीवन ( CDS Bipin Rawat Biography in Hindi ) के बारे में जानते हैं।
सीडीएस बिपिन रावत बायोग्राफी ( CDS Bipin Rawat Biography in Hindi )
नाम (Name ) – Bipin Rawat बिपिन रावत
बिपिन रावत( CDS Bipin Rawat Birth) – 16-03-1958
बिपिन रावत की उम्र (CDS Bipin Rawat Age ) – 63 वर्ष ( 2021 में )
पिता का नाम (CDS Bipin Rawat Father ) – लक्ष्मण सिंह ( रिटा लेफ्टिनेंट जनरल )
पत्नी का नाम (CDS Bipin Rawat Wife) – मधुलिका रावत
बेटी का नाम (CDS Bipin Rawat Daughter) – दो बेटियां कृतिका और तरिनि
शिक्षा (CDS Bipin Rawat Education ) – बीएससी नेशनल डिफेन्स अकैडमी , आई एम् ए डिफेंस , एम् फिल – सर्विस स्टाफ कालेज , चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से पी एच डी
अवार्ड (CDS Bipin Rawat Award )- परम विशिष्ट सेवा मैडल, उत्तम युद्ध सेवा मैडल, युद्ध सेवा मैडल , सेना मैडल , विशिष्ट सेवा मैडल
सीडीएस बिपिन शुरुआती जीवन, शिक्षा ( CDS Bipin Rawat Early Life Education – CDS Bipin Rawat Biography in Hindi )
सीडीएस बिपिन रावत का जन्म उत्तराखंड के पौड़ी जिले में हुआ था , उनके पिता लक्ष्मण सिंह भारतीय सेना में अपनी सेवा दे चुके है, और वे लेफ्टिनेंट जनरल के पद से रिटायर हुए। उनकी माताजी उत्तरकाशी के पूर्व विधायक की बेटी हैं, उनकी प्रारंभिक शिक्षा देहरादून और सेंट एडवर्ड स्कूल शिमला में हुई उन्होंने नेशनल डिफेंस अकेडमी और इंडियन मिलेटरी अकेडमी से शिक्षा ग्रहण की , वे डिफेंस सर्विस स्टाफ कॉलेज ( DSSC College ) वेलिंग्टन से ग्रेजुएट हैं। बाद में वे यूएस के आर्मी कमांड एंड गानल स्टाफ कॉलेज उच्च शिक्षा के लिए गए। उन्होंने मद्रास विश्वविद्यालय मैनेजमेंट हुए कम्प्यूटर साइंस में डिप्लोमा किया। बाद में उन्होंने मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से पी एच डी भी की।
सीडीएस बिपिन रावत का मिलेटरी कैरियर ( CDS Bipin Rawat Military Career )
सीडीएस बिपिन रावत ने 1978 में 11 गोरखा राइफल्स की 5 वीं बटालियन से अपने आर्मी कॅरियर की शुरुआत की। सेना में विभिन्न पदों पर रहते हुए उन्होंने मेजर से सीडीएस तक का सफर पूरा किया।
मेजर के पद पर उनकी सबसे पहले तैनाती जम्मू कश्मीर के उरी सेक्टर में हुई। यहाँ पर उन्होंने अपनी बटालियन को कमांड किया। अपनी सेवाओं के लिए यहाँ पर उन्हें पहले कर्नल और उसके बाद ब्रिगेडियर के पद पर प्रमोट किया गया। उसके बाद 19 इन्फेंट्री बटालियन के जनरल अफसर कमांड बने और लेफ्टिनेंट जनरल के पद पर पदोन्नत हुए। उसके बाद वे सॉउथर्न कमांड के चीफ ऑफ़ जनरल ऑफिसर इन कमांड बने। और उसके कुछ ही समय बाद वे वाइस चीफ ऑफ़ आर्मी स्टाफ के पद पर पदोन्नत हुए।
वे 30 दिसंबर 2019 को भारत के पहले सीडीएस बने।
सीडीएस बिपिन रावत के अवार्ड्स ( CDS Bipin Rawat Awards )
सीडीएस बिपिन रावत ने 40 साल की अपनी आर्मी की सेवा में अनेको अवार्ड प्राप्त किये, जो निम्न प्रकार हैं,
- परम विशिष्ठ सेवा मैडल
- अति विशिष्ठ सेवा मैडल
- उत्तम युद्ध सेवा मैडल
- युद्ध सेवा मैडल
- सेना मैडल
- विशिथ सेवा मैडल
- स्पेशल सर्बिस मैडल
- आपरेशन पराक्रम मैडल
- सैन्य सेवा मैडल
- विदेश सेवा मैडल
- 50th एनिवर्सरी ऑफ़ इंडिपेंडेंस मैडल
- 30 ईयर लॉन्ग सर्विस मैडल
- 20 ईयर लॉन्ग सर्विस मैडल
सीडीएस बिपिन रावत की मृत्यु ( CDS Bipin Rawat Death )
सीडीएस जनरल बिपिन रावत को 8 दिसंबर 2021 को एक ब्याख्यान के लिए डिफेंस सर्विस स्टाफ कॉलेज वेलिंग्टन जाना था, जहाँ पर उनको स्टूडेंट ऑफिसर्स के साथ इंटरेक्ट करना था।
उनका हेलीकॉप्टर Mi -17 सुलुर एयर बेस से 11 : 48 पर उड़ान भरता है, उनके हेलीकॉप्टर ने 12 : 15 में वेलिंग्टन में लैंड करना था, लेकिन इससे ठीक पहले 12 : 08 पर हेलीकॉप्टर का सुलुर एयर बेस से संपर्क टूट जाता है, वहां के कुछ लोकल रेसिडेंट्स कूनूर के जंगल में आग लगते हुए देखी और वे उसकी तरह भागे, वहां पर उन्होंने हेलीकॉप्टर के मलवे को आग की लपटों में देखा, तुरंत ही स्थानीय प्रशासन ने रेस्क्यू टीम की मदद से हेलीकॉप्टर में सवार सभी 14 घायलों को हॉस्पिटल पहुंचाया, जनरल बिपिन रावत समेत 13 घायलों की इस हादसे में मृत्यु हो गई , इस दुर्घटना में एक मात्र ग्रुप कैप्टेन वरुण सिंह ही जीवित बचे।