सायरस एस.पूनावाला (Cyrus Poonawalla Biography), जिन्हें भारत के वैक्सीन किंग के नाम से भी जाना जाता है, वे पूनावाला ग्रुप के अध्यक्ष एवं सीरम इंस्टीट्यूट के संस्थापक है, जो बच्चों के चिकित्सा टीके बनाती है।

सायरस पूनावाला का जीवन परिचय : Cyrus Poonawalla Biography.
पूरा नाम : सायरस एस.पूनावाला
जन्म : 1941
राष्ट्रीयता : भारतीय
जन्म स्थान : पूणे, भारत
पिता: सोली ए. पूनावाला
माया : गुल पूनावाला
पत्नी : विल्लो पूनावाला
पुत्र : अदार पूनावाला
अवार्ड : पद्मश्री
सायरस पूनावाला की कंपनी Serum Institute of India, बच्चों के लिये टीके बनाती है। Serum Institute of India वैक्सीन का निर्माण करने वाली विश्व की सबसे बडी़ कंपनी है। फोर्ब्स की 2018 की सबसे धनी ब्यक्तियों की सूची मे भारत मे सातवें तथा विश्व मे 170 वें स्थान पर हैं।
भारत सरकार द्वारा वर्ष 2005 मे चिकित्सा के क्षेत्र मे महत्वपूर्ण योगदान के लिये , चौथे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्मश्री से सम्मानित किया जा चुका है। इसी वर्ष उन्हें तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री मनमोहन सिंह द्वारा लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया।
सायरस पूनावाला का कैरियर (Cyrus Poonawalla Biography: Career )
पूनावाला ने शुरु मे घोडों की रेसिंग के लिए काम किया, लेकिन जल्दी ही उन्हें यह अहसास हो गया की भारत जैसे देश मे इसका कोई भविष्य नही है, तब उन्होंने कार निर्माण के क्षेत्र मे काम काम शुरू किया , जल्दी ही स्पोर्ट्स कार का प्रोपेटाइप बनाया, लेकिन उनका यह आइडिया भी काम नहीं आया।
उसके बाद अपने घोड़ो के फार्म के किसी वरिष्ठ की सलाह पर उन्होंने वैक्सीन निर्माण के क्षेत्र मे काम शुरू किया। उनके फार्म के रिटायर्ड घोड़ो को हैफकिन इंस्टीट्यूट को दान कर दिया जाता था, जो घोड़ो के सीरम से वैक्सीन बनाती थी। उन्होंने घोड़ो के सीरम से वैक्सीन बना कर सरकार को अपेक्षाकृत सस्ते दामों मे उपलब्ध कराने का निर्णय लिया।
सीरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया की स्थापना : Serum Institute of India (Cyrus Poonawalla Biography: Career ).
इस तरह पूनावाला ने 1966 मे Serum Institute of India की स्थापना की। शुरुआत मे दो साल के भीतर ही उन्होंने एन्टी टिटनेस का टीका तैयार कर लिया, उसके बाद 1974 मे उन्होंने DTP वैक्सीन बनायी , जो बच्चों को डिप्थीरिया, काली खांसी व टिटनेस से बचाव करती है।
जल्दी ही उनके प्रयासों को World Health Organization से भी सराहना मिली। 1994 मे उन्होंने यूनसेफ ( Unicef ) को उच्च गुणवत्ता वाली वैक्सीन सप्लाई की। जल्दी ही विश्व को 100 से अधिक देशों मे इसका निर्यात किया। आज भारत बायोटेक विश्व की सबसे बडी़ वैक्सीन निर्माता कंपनी बन गयी है।