Sahil Barua सह संस्थापक Delhivery की सफलता की कहानी।

Sahil Barua फेमस लाजिस्टिक कंपनी Delhivery के सह संस्थापक एवं सीईओ हैं। कंपनी के अन्य सह संस्थापक हैं, मोहित टंडन, भावेश मगलानी, सूरज सहारन और कपिल भारती हैं। कंपनी Delhivery की स्थापना वर्ष 2011 मे हुयी थी।
Sahil Barua की शिक्षा
साहिल बरूआ ( Sahil Barua ) ने सेंट जेवियर से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद कर्नाटक के नेशनल इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी से मैकेनिकल इंजीनियरिंग मे डिग्री ली। साहिल बरूआ ने IIM ( इंडियन इंस्टीट्यूट आफ मेनेजमेंट ) फायनेंस मे पोस्ट ग्रेजुएशन किया। अपनी इंजीनियरिंग की पढा़ई के दौरान साहिल काम भी करते रहे, उन्होंने यूनिवर्सिटी आफ मेरीलैंड मे चार माह तक रिसर्च इंटर्न के रुप मे कार्य किया।
Delivery की शुरूआत
साहिल बरूआ ( Sahil Barua ) ने IIM से पढा़ई करने के बाद Bain & Company मे फुल टाइम एसोसिएट कंसल्टेंट ज्वाइन किया। शीघ्र ही वह सीनियर कंसल्टेंट बन गये। इसी कंम्पनी मे साहिल बरूआ ( Sahil Barua ) की मुलाकात मोहित टंडन और सूरज सहारन से हुयी। समान विचारों के चलते तीनों अच्छे दोस्त बन गए। तीनों अपना काम शुरू करना चाहते थे। इस दरमियान अलग अलग तरह के आइडियाज पर विमर्श चलता रहता था।
गुरुग्राम के एक रेस्टोरेंट मे खाने आनलाईन खाने की डिलीवरी मे हुयी देरी ने उन्हें ई कामर्स डिलीवरी फील्ड के बारे मे विचार करने पर मजबूर कर दिया। यह विचार धीरे धीरे आयडिया मे बदल गया और फिर उन्होंने इसे बिजनेस माडल मे बदलने की प्रक्रिया आरंम्भ कर दी और उनकी कंपनी Delhivery की स्थापना हुयी।
आइडिया सामने था अब बस जरूरत थी डिलीवरी ब्वायज हायर करने की और शुरूआती फायनेंस की। डिलीवरी ब्वायज की जरूरत भी बंद पडे रेस्टोरेंट से पूरी हो गयी जो अभी इसी फील्ड मे काम की तलाश मे थे। अर्बन टच डाट काम के अभिषेक गोयल ने फायनेंस की जरूरत को पूरा किया।
कंपनी की शुरुआत साहिल और उनके दोस्तों ने गुरुग्राम मे 250 वर्गफीट मे एक आफिस खोलकर की। दस लोगों की टीम मे उनके पास चार डिलीवरी ब्वॉयज थे। उन्होंने आसपास के रेस्टोरेंट से सम्पर्क बात करके उनके आर्डर आधे घंटे मे पहुचाने का वादा किया जो सभी को पसंद आया।
शुरुआत मे पचास सौ आर्डर के साथ ये धीरे धीरे बढने लगे आइडिया चल निकला और आर्डर सप्लाई के साथ अब पैकेजिंग का काम भी उनको मिलने लगा।
अब वे कंपनी के काम को दिल्ली एन सी आर मे विस्तार देने की योजना पर काम करने लगे, दोनो ने ही इस क्षेत्र मे मौजूद स्कोप को पहचान लिया था। वर्ष 2011 के अंत तक अपने तीन सैंटर्स से पांच क्लाइंट के लगभग 500 आर्डर सप्लाई कर रहे थे।
पांच को फाउंडर और चार डिलीवरी ब्वायज से शुरु हुयी कंपनी का काम शीघ्र ही 175 शहरों मे फैल गया और कंपनी के वर्करों की संख्या 3200 के पार पहुंच गयी , कंपनी अपना कारोबार साउथ एशिया और मिडिल ईस्ट मे भी कर रही है।
आज कंपनी के 75 वेयरहाउस, 2500 डिलीवरी सैंटर 1400 वाहनों के साथ 40000 कर्मचारी है जो लगभग एक मिलियन पार्सल प्रतिदिन प्रोसेस कर सकते है।
कंपनी को मार्च 2019 मे साफ्टबैंक से अब तक की सबसे बडी फंडिंग 413 मिलियन डालर की हुयी है।