Swati Bhargava कैशकरो सह संस्थापक की सफलता की कहानी
एक कर्मचारी से उद्यमी बनने की Swati Bhargava की यह कहानी आपको अवश्य प्रेरित करेगी। स्वाति भार्गव कैशकरो की सह संस्थापक है।
Swati Bhargava का जन्म एवं शिक्षा
स्वाति भार्गव का जन्म हरयाणा के अम्बाला शहर में हुआ था। वह अध्ययन में शुरू से ही अच्छी थीं। अध्ययन के अलावा उनको खेल और डिबेट में भी रूचि है। 12th क्लास के बाद स्वाति ने सिंगापूर एयरलाइन्स की स्कॉलरशिप के लिए आवेदन किया, भारत से चुने गए 22 छात्रों में Swati Bhargava भी थी। उन्होंने ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी के लन्दन स्कूल ऑफ़ इक्नोमिक्स अर्थशास्त्र और गणित में आनर्स किया है।
केरियर
वर्ष 2009 में Swati Bhargava ने एक मल्टीनेशनल निवेश बैंक औए वित्तीय सेवा कंपनी गोल्डमेन सेक्स के साथ ग्रीष्म कालीन इंटर्नशिप शुरू की। बबाद में उन्हें गोल्डमेन सेक्स द्वारा पूर्ण कालिक नौकरी की पेशकश की गयी। स्वाति ने 4 साल तक निवेश बैंकिंग प्रभाग के भीतर क्रेडिट सेल्स और कस्टमर रिलेशन पर काम किया।
Swati Bhargava ने गोल्डमेन सेक्स के शीर्ष प्रबंधन के साथ काम किया जिसका बबाद में उन्हें बहुत लाभ हुआ। इससे उनके कम्युनिकेशन स्किल और आत्मविश्वाश में वृद्धि हुयी। वर्ष 2010 में उन्होंने स्वयं कुछ करने के लिए गोल्डमेन सेक्स की नौकरी छोड़ दी।
एक उद्यमी बनाने का सफ़र
लन्दन में Swati Bhargva ने रोहन भार्गव , जो उनके पति भी है, से मुलाकात की। रोहन को अलादीन केपिटल और वाशिंगटन स्क्वायर के साथ काम करने का अनुभव है। उन्होंने केश बेक के लिए क्विडको वेबसाइट का उपयोग किया। केशबेक की अवधारण उन्हें पसंद आई।
वर्ष 2009 में कपल ने यूके स्थित केशबेक पोर्टल क्विडको के माध्यम से मालदीव के लिए उड़ान बुक की, जहाँ केशबेक के रूप में 25000 मिले। केशबेक की अवधारणा और उसकी क्षमता का अहसास उन्हें हो चुका था। कपल ने वर्ष 2011 इस अवधारणा पर आधारित बिजनस शुरू किया, और यूके में पोरिंग पाउंड नाम से B 2 B बिजनस की शुरुआत की।
आज पोरिंग पाउंड यूके में अग्रणी केश बेक कंपनियों में से एक है, और यह 2800 से अधिक लोकप्रिय ब्यावसायों के साथ काम करता है। स्वाति ने यूके स्थित एंजेल निवेशकों के ग्रुप इन्वेस्टेक और पेपाल से सीड फंडिंग में 750000 अमेरिकी डालर जुटाए।
भारत में शुरुआत
उनका हमेशा से यह सोचना था की भारत के लोग भी बचत के प्रति जागरूक रहते है, उनका विचार भारत में भी चल सकता है। उन्होंने इसे भारत में भी लागू करने का फेसला लिया, भारत में विस्तार के लिए उन्हें पूँजी की आवश्यकता थी, इसके लिए उन्होंने पेशेवरों की एक टीम का गठन किया, युवा दम्पति ने भारत में भी अपने B 2 B बिजनस की शुरुआत की, और उनके प्रोजक्ट का नाम था “CashKaro “। यूके के बाद भारत में भी यह चल निकला।
कैशकरो आज भारत का सबसे बड़ा कूपन साईट बन गया है। वह आज ई- कामर्स दिग्गज शापक्लुज, Paytm, अमेज़न, फ्लिप्कार्ट, Myntra सहित 2000 कंपनियों के साथ बिजनस करती है।
Swati Bhargava हम सभी के लिए प्रेरणा है। एक महिला कर्मचारी से उद्यमी बनने की उनकी यात्रा निसंदेह सराहनीय है। और हम सभी को, विशेषकर उन महिलाओं को जो उद्यमी बनाने की इच्छा रखती है, वास्तविक दुनिया की समस्याओं को हल करने, उनके समाधान खोजने के लिए प्रोत्साहित करेगी।