वीगन मिल्क क्या है ? What is Vegan Milk in Hindi.

पशुओं से प्राप्त होने वाले दूध के अलावा हर प्रकार का दूध वीगन मिल्क ( What is Vegan Milk in Hindi ) की श्रेणी मे आता है। पश्चिम मे तो इसका चलन जोरों पर है लेकिन भारत मे भी इसका प्रचलन बढ़ता जा रहा है। वीगन दूध को पारंपरिक डेयरी प्रोडक्ट के विकल्प के तौर पर देखा जाने लगा है। वीगन मिल्क क्या है, और इसे कैसे बनाते आइये इसके बारे मे जानते है।
वीगन मिल्क क्या होता है : ( Vegan milk kya hai / Vegan kya hota hai / What is Vegan Milk in Hindi.
साधारणतया हम दूध की आपूर्ति गाय और अन्य पशुओं से करते है लेकिन वीगन मिल्क को पौधों और अन्य वस्तुओं से तैयार किया जाता है। जैसे सोया मिल्क, ओट मिल्क , बादाम मिल्क, काजू मिल्क, राइस मिल्क, कोकोनट मिल्क इत्यादि।
वीगन मिल्क के प्रकार :
1.सोया मिल्क :
सोया मिल्क वीगन उत्पादों मे सबसे पहले आने वाला लोकप्रिय उत्पाद है। इसे सोयाबीन से बनाया जाता है, यह काफी गाढा होता है। इसमें प्रोटीन भरपूर मात्रा मे पाया जाता है। जिससे शरीर की प्रोटीन की आवश्यकता की पूर्ति होती रहती है। इसमे ओस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रॉन भी काफी मात्रा मे पाया जाता है, जो मेनोपॉज के बाद महिलाओं मे हार्मोनल बैलेंस बनाने मे मदद करता है।
2.बादाम मिल्क :
बादाम से बना यह वीगन मिल्क एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है। सोया मिल्क की अपेक्षा काफी पतला होता है जिसके कारण इसे पचाने मे भी आसानी रहती है। यह विटामिन E का अच्छा स्रोत है। डाइबिटीज के रोगियों के लिये भी यह फायदेमंद होता है।
3.ओट मिल्क :
ओट्स से बना यह मिल्क स्वास्थ्य के हिसाब से काफी महत्वपूर्ण है। इसमे फाइबर प्रचुर मात्रा मे होने के कारण पाचन क्रिया मे सहायक है। इसमें कोलेस्ट्रॉल की मात्रा काफी कम होती है। जिससे ह्रदय रोगियों के लिए इसे अच्छा माना गया है।
4.काजू मिल्क :
काजू मिल्क का गाढ़ा होने के होता है जिसके कारण बेकिंग और कुकिंग मे काफी इस्तेमाल किया जाता है। इससे ग्रेवी को गाढा करने के काम मे लाया जाता है। जिन्हें अपने बढते फैट से परेशानी है उनके लिए यह काफी उपयोगी माना जाता है।
5.कोकोनट मिल्क :
कोकोनट मिल्क मे फैट बहुत अधिक होता है परन्तु प्रोटीन की मात्रा बहुत कम होती है। इसे कुकिंग और बेकिंग मे इस्तेमाल मे लाया जाता है। इससे खाने मे एक अलग सी महक आने लगती है। कोकोनट मिल्क मे विटामिन डी, बी और कैल्शियम प्रचुरता मे पाये जाते हैं।
6. राइस मिल्क :
इसे चावल से बनाया जाता है , इसमे कैल्सियम काफी मात्रा मे होता है और दूसरे पोषक तत्व प्रोटीन, फैट बहुत कम होते है। जिन लोगों को गाय या भैंस के दूध से तकलीफ होती है।
वीगन मिल्क विवाद क्या है ? ( Vegan Milk Controversy )
जानवरों के संरक्षण के लिये एक संस्था बनी है PETA ( People for the Ethicle Treatment of Animales ) जो दुनियाभर मे जानवरों के सरंक्षण पर काम करती है। पेटा ने ( PETA ) ने भारत की सबसे बडी डेयरी प्रोडक्ट बनाने वाली कंम्पनी अमूल को सलाह दी कि उसे जानवरों भैंस और गाय के दूध की जगह वीगन मिल्क को अपनाना चाहिए।
इस पर बबाल मचना स्वाभाविक था। अमूल के मैनेजिंग डायरेक्टर आर एस सोढी ने पेटा को जमकर लताड़ लगायी। सोढ़ी ने कहा वीगन मिल्क पूर्णतया फैक्ट्री मे बना उत्पाद है और इसे बनाने के लिये कई तरह के केमिकल्स और सिंथेटिक का प्रयोग होता है। उन्होंने आगे कहा कि 10 करोड़ गरीब किसानों की आजीविका डेयरी उद्योग से जुड़ी है। वहीं पेटा कहना था कि दूध निकालने की प्रक्रिया मे जानवरों पर अवांछित अत्याचार होता है। पेटा ने आगे कहा डेयरी उद्योग को वीगन प्रोडक्ट की लोकप्रियता का लाभ उठाना चाहिए।
पेटा कहना था कि वीगन चीज और योगर्ट मे लोगों की रुचि बढ़ी है। और नेस्ले जैसी कई कंपनियां डेयरी फ्री उत्पादों की ओर कदम बढा़ लिए है।
बहुत से लोगों का मानना है कि वीगन प्रोडक्ट डेयरी प्रोडक्ट की तुलना मे अच्छा और स्वास्थ्यवर्धक विकल्प है। हालांकि इस पर बहस और शोध जारी है।
बेशक वीगन उत्पाद लोगो के बीच लोकप्रियता हांसिल कर रहे हो लेकिन पेटा द्वारा की गयी टिप्पणी अतिउत्साह मे किया गया कमेंट लगता है। क्योंकि जिन तथ्यों को आधार बनाकर पेटा ने अमूल को सलाह दी है, दूध के दोहन मे पशु अत्याचार की प्रक्रिया से गुजरते है, तो क्या पेटा का पशुओं के संहार के बारे मे क्या कहना है। वह इससे कहीं ज्यादा भीषण अत्याचार है।
इस पर आपका क्या कहना है हमें कमेंट करके जरूर बतायें।
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